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Wednesday, June 18, 2025

Amritpal Singh Mehron: Fugitive Nihang ran away after snatching Kamal Kaur's passport and mobile

अमृतपाल सिंह मेहरों: कमल कौर का पासपोर्ट और मोबाइल छीनकर भागा भगोड़ा निहंग

अमृतपाल सिंह मेहरों: कमल कौर का पासपोर्ट और मोबाइल छीनकर भागा भगोड़ा निहंग

स्थान: बठिंडा, पंजाब

अमृतपाल सिंह मेहरों, एक तथाकथित निहंग, ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर की बेरहमी से हत्या की और उसका पासपोर्ट और मोबाइल छीनकर फरार हो गया। यह कायर भगोड़ा न सिर्फ एक महिला की जान लेने का दोषी है, बल्कि इसके पीछे छिपे गंदे राज़ भी उजागर हो रहे हैं। क्या मेहरों और कमल के बीच कोई नाजायज संबंध था? क्या उसने कमल के साथ मिलकर लोगों को ब्लैकमेल किया? क्या रेप की साजिश थी? और अब कमल के फोन से अश्लील वीडियो क्यों वायरल हो रही हैं? यह लेख इन सवालों को खंगालता है और इस निहंग की कायरता को बेनकाब करता है।

 

पासपोर्ट और मोबाइल छीनने की साजिश

अमृतपाल सिंह मेहरों ने अपने दो साथियों—जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह—के साथ मिलकर कमल कौर को बठिंडा में एक कार प्रमोशन के बहाने बुलाया। उसने कमल को अपनी हुंडई ईऑन में बिठाया, उसके दोनों मोबाइल फोन और पासपोर्ट छीन लिए, और फिर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। लेकिन सवाल यह है—पासपोर्ट और मोबाइल छीनने की जरूरत क्यों पड़ी? क्या मेहरों कुछ छिपाना चाहता था? क्या वह कमल के फोन में मौजूद सबूतों को मिटाना चाहता था, या उसका इस्तेमाल अपने गंदे मंसूबों के लिए करना चाहता था?

क्या मेहरों और कमल के बीच नाजायज संबंध थे?

कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या मेहरों और कमल के बीच कोई नाजायज संबंध था, जो दुनिया के सामने आने के डर से मेहरों ने उसे मार डाला। यह संभव है कि कमल और मेहरों पहले से एक-दूसरे को जानते थे, और उनके बीच कोई गुप्त रिश्ता था। शायद मेहरों को डर था कि कमल यह बात सबके सामने ला देगी, इसलिए उसने पहले उसका पासपोर्ट और मोबाइल छीना, ताकि वह मदद न मांग सके, और फिर उसकी जान ले ली। यह एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें मेहरों ने अपनी गंदी हरकतों को छिपाने के लिए कमल को रास्ते से हटा दिया।

ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल

यह भी आशंका है कि मेहरों ने कमल के साथ मिलकर लोगों को ब्लैकमेल किया हो। कमल एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थी, और उसके पास कई लोगों से जुड़ी निजी जानकारी हो सकती थी। क्या मेहरों ने कमल के साथ झूठे संबंध बनाकर लोगों को फंसाया और फिर उनसे पैसे ऐंठे? और जब कमल ने इस गंदे खेल से बाहर निकलने की कोशिश की, तो मेहरों ने उसे मार डाला और उसका फोन छीन लिया ताकि सबूत मिटा सके। यह एक ऐसा पहलू है जो इस निहंग की क्रूरता को और गहराई से उजागर करता है।

रेप की आशंका और संदिग्ध निशान

कमल कौर के शव की जांच में उसके शरीर पर कुछ संदिग्ध निशान मिले, खासकर उसके प्राइवेट पार्ट्स के पास। यह सवाल उठता है कि क्या मेहरों और उसके साथियों ने कमल का रेप किया था, और फिर सबूत छिपाने के लिए उसकी हत्या कर दी। हालाँकि पुलिस ने अभी तक रेप की पुष्टि नहीं की है, और विसरा रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन इन निशानों ने इस अपराध को और भयावह बना दिया है। अगर यह सच है, तो मेहरों की हरकतें सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं थीं, बल्कि उसकी क्रूरता की कोई सीमा नहीं थी।

अश्लील वीडियो का वायरल होना: मेहरों की चाल?

कमल का फोन छीनने के बाद, अब उसकी कुछ अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। क्या यह मेहरों की चाल है? क्या वह कमल को बदनाम करके खुद को सही साबित करना चाहता है? यह संभव है कि मेहरों ने कमल के फोन से उसकी निजी चीजें हासिल कीं और अब उन्हें वायरल कर रहा है ताकि लोग कमल को ही गलत समझें। यह उसकी कायरता और नीचता का सबूत है कि वह एक मृत महिला की इज्जत से भी खेल रहा है।

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भगोड़े मेहरों की कायरता

हत्या के बाद अमृतपाल सिंह मेहरों ने अपनी कायरता दिखाई और 10 जून 2025 को अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) भाग गया। उसने कमल का पासपोर्ट और मोबाइल छीनकर यह सुनिश्चित किया कि उसके पास कोई सबूत न बचे, और फिर देश छोड़कर फरार हो गया। पंजाब पुलिस उसकी तलाश में है, लेकिन यह भगोड़ा अपनी सजा से बचने के लिए 4,000 किलोमीटर दूर बैठा है।

निष्कर्ष: मेहरों को सजा दो!

अमृतपाल सिंह मेहरों एक हत्यारा, कायर, और समाज के लिए खतरा है। उसने कमल कौर का पासपोर्ट और मोबाइल छीनकर न सिर्फ उसकी जान ली, बल्कि उसकी मौत के बाद भी उसकी बदनामी का खेल खेला। चाहे नाजायज संबंध हों, ब्लैकमेलिंग का खेल हो, या रेप की आशंका—यह साफ है कि मेहरों की हरकतें घिनौनी हैं। पंजाब पुलिस को इसे यूएई से वापस लाकर सख्त सजा देनी चाहिए, ताकि कमल को न्याय मिले और ऐसे निहंगों को सबक सिखाया जा सके।

डिस्क्लेमर: यह लेख 18 जून 2025 तक उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। सत्यवाणी मीडिया इस लेख में दी गई जानकारी की सटीकता की पूरी जिम्मेदारी नहीं लेता। जांच के अंतिम नतीजों के लिए आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।

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