वाहन पार्किंग विवाद में पहले सोचे नहीं, अब गोली मारकर ढेर — पूर्व सरपंच की हत्या
अमृतसर (पंजाब) – सोमवार आधी रात को पंजाब के अमृतसर जिले में एक मामूली पार्किंग विवाद ने एक पूर्व सरपंच की जान ले ली। यह घटना गांव वड़ाला कलां (राजासांसी थाना इलाका) की है, जहाँ गाड़ी की गंदी पार्किंग को लेकर हुआ तकरार जल्द ही खूनी संघर्ष में बदल गया।

पूर्व सरपंच पलविंदर सिंह

🔫 घटना का पूरा हाल
सूचना के अनुसार, रात करीब 12 बजकर कुछ मिनट पर एक संदिग्ध व्यक्ति अपनी गाड़ी लेकर आया और...
- उसने पूर्व सरपंच पलविंदर सिंह के घर का दरवाजा खटखटाया।
- जब पलविंदर बाहर निकले, तो अज्ञात हमलावर ने तीन फायर किए – दो सीने में और एक कंधे के पास।
- परिवार ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी मौके से फरार हो गया और घटना किसी पुरानी रंजिश का हिस्सा भी हो सकती है :contentReference[oaicite:0]{index=0}।
👮 पुलिस की कार्रवाई
राजासांसी थाना पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच चुकी है और केस दर्ज कर जांच तेज़ कर रही है।
- लगभग 12:00 बजे हुई वारदात के CCTV कैमरे और पड़ोसियों की बयानों को खंगाला जा रहा है।
- एसएसपी देहाती मनिंदर सिंह ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपी की गिरफ़्तारी हो जाएगी :contentReference[oaicite:1]{index=1}।
- जांच के अंतर्गत चार्जशीट में “हत्या” और “अवैध हथियार रखने” जैसी गंभीर धाराएँ शामिल की गई हैं।
😟 गांव में उत्पन्न तनाव
पूर्व सरपंच की हत्या से गांव में तनाव व्याप्त है।
- स्थानीय लोग शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
- गाँव में भारी पुलिस बल तैनात है ताकि स्थिति शांत बनी रहे।
- आक्रामक ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
📌 क्या दिखता है यह केस?
एक सामान्य पार्किंग विवाद ने कैसे पूर्व सरपंच की हत्या जैसा कदम बन लिया, यह सोचने पर मजबूर करता है कि:
- स्थानीय विवादों पर नजर न रख पाने से जान का जोखिम बढ़ जाता है।
- शांतिपूर्ण बातचीत की जगह हथियार उठाने को अघोषित दमखम मान लिया गया है।
- बिना झाँके–पूछे सज़ा देने की प्रवृत्ति खतरनाक रूप ले रही है।
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– यह जनकृत सच है कि छोटी सी चीज़ें भी जीवन बदल सकती हैं।
– पुलिस को चाहिए कि दोषी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर, गांव में शांति बहाल करे।
– राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को वारंवार इन तरह की घटनाओं को रोकने के लिए योजनाएं बनानी चाहिए, ताकि छोटी-छोटी अनबन गम्भीर खूनरंजक घटनाओं में बदलने न पाएं।
सातत्य के लिए तैयार रहें – क्योंकि सत्य की राह कभी आसान नहीं होती।
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